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किसी मॉडल से कम नहीं है ये IRS ऑफिसर, सिर्फ वीकेंड में पढ़ाई करके ऐसे बनीं UPSC टॉपर

देवयानी सिंह
Written by Rakesh Kumar

UPSC Success Story: सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में नौकरी करते हुए देवयानी सिंह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में लग गईं. साल 2019 में उन्हें ऑल ओवर इंडिया रैंक 11 प्राप्त हुई.

देवयानी सिंह

UPSC Exam में हर साल लाखों की संख्या में अभ्यार्थी शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही को इस परीक्षा में सफलता मिलती है. इस परीक्षा को क्रैक करने वाले अभ्यर्थियों की कहानी को उदाहरण के तौर पर याद किया जाता है. ऐसी ही कहानी है आईआरएस ऑफिसर देवयानी सिंह की. यूपीएससी परीक्षा में रैंक 11 लाने वाली दिवयानी किसी मॉडल से कम नहीं हैं. सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं. आइए उनकी स्टोरी पर एक नजर डालते हैं.

UPSC Exam में हर साल लाखों की संख्या में अभ्यार्थी शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही को इस परीक्षा में सफलता मिलती है. इस परीक्षा को क्रैक करने वाले अभ्यर्थियों की कहानी को उदाहरण के तौर पर याद किया जाता है. ऐसी ही कहानी है आईआरएस ऑफिसर देवयानी सिंह की. यूपीएससी परीक्षा में रैंक 11 लाने वाली दिवयानी किसी मॉडल से कम नहीं हैं. सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं. आइए उनकी स्टोरी पर एक नजर डालते हैं.

देवयानी की शुरुआती शिक्षा

देवयानी की शुरुआती शिक्षा चंड़ीगढ़ से हुई. 12वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद हायर स्टडी के लिए देवयानी साल 2014 में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के गोवा कैंपस में एडमिशन ले लिया. यहां से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में ग्रेजुएशन पूरा किया.

देवयानी की शुरुआती शिक्षा चंड़ीगढ़ से हुई. 12वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद हायर स्टडी के लिए देवयानी साल 2014 में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के गोवा कैंपस में एडमिशन ले लिया. यहां से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में ग्रेजुएशन पूरा किया.

ग्रेजुएशन के बाद देवयानी UPSC की तैयारी में लग गईं. हालांकि, उन्हें शुरुआत में असफलताओं का सामना करना पड़ा. शुरुआत के दो अटेमप्ट में वो प्रीलिम्स भी पास नहीं हो पाईं. इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार प्रयास करती रहीं.

ग्रेजुएशन के बाद देवयानी UPSC की तैयारी में लग गईं. हालांकि, उन्हें शुरुआत में असफलताओं का सामना करना पड़ा. शुरुआत के दो अटेमप्ट में वो प्रीलिम्स भी पास नहीं हो पाईं. इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार प्रयास करती रहीं.

साल 2017 में तीसरे प्रयास में देवयानी को पहली बार सफलता मिली और इंटरव्यू राउंड तक पहुंची. लेकिन फाइनल लिस्ट में सेलेक्शन नहीं हुआ. साल 2018 में उन्होंने फिर से परीक्षा दी और उनको 222 रैंक हासिल हुए. इसके बाद उन्हें सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में नौकरी मिली.

साल 2017 में तीसरे प्रयास में देवयानी को पहली बार सफलता मिली और इंटरव्यू राउंड तक पहुंची. लेकिन फाइनल लिस्ट में सेलेक्शन नहीं हुआ. साल 2018 में उन्होंने फिर से परीक्षा दी और उनको 222 रैंक हासिल हुए. इसके बाद उन्हें सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में नौकरी मिली.

देवयानी नौकरी के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी करने लगीं. परीक्षा की तैयारी के लिए वीकेंड पर पढ़ाई करती थी. साल 2019 के यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल हुईं. उन्हें इस साल ऑल ओवर इंडिया में 11वीं रैंक हासिल हुई. फाइनल सेलेक्शन के बाद उन्हें IRS ऑफिसर का कैडर मिला.

देवयानी नौकरी के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी करने लगीं. परीक्षा की तैयारी के लिए वीकेंड पर पढ़ाई करती थी. साल 2019 के यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल हुईं. उन्हें इस साल ऑल ओवर इंडिया में 11वीं रैंक हासिल हुई. फाइनल सेलेक्शन के बाद उन्हें IRS ऑफिसर का कैडर मिला.

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Rakesh Kumar