UPSC Success Story: यूपीएससी रिजल्ट में 683वीं रैंक हासिल करने वाले रिंकू सिंह राही PCS अधिकारी हैं. उन्होंने घोटाले का खुलासा करने के बाद 7 गोलियां मारी गई थी.
PCS अधिकारी से IAS बनें रिंकू सिंह राही
Success Story: हापुड़ राजकीय आईएएस पीसीएस कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर रिंकू सिंह राही हापुड़ समाज कल्यान के अधिकारी भी है. उन्होंने इस बार यूपीएससी सीएसई परीक्षा में 683वीं रैंक हासिल की है. रिंकू राही (Rinku Rahi Story) ने बताया कि साल 2008 में मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी रहते हुए 83 करोड़ का घोटला का पर्दाफाश किया था, इस वजह से उन्हें सात गोलियां मारी गई थी. लेकिन अपनी अच्छी किस्मत की वजह से वह आज जिंदा है. इस हमले में रिंकू सिंह राही का चेहरा भी बुरी तरह खराब हो गया.
रिंकू के पिता अलीगढ़ के डोरी नगर के रहने वाले हैं, वह एक आटा चक्की चलाते हैं. रिंकू ने कहा कि ये सफलता मिलना मेरे लिए इतना आसान नहीं था. रिंकू के पिता ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. रिंकू के प्राइवेट स्कूल (UPSC Result 2022) में नहीं पढ़ा सकते थे. इस वजह से रिंकू की पढ़ाई सरकारी स्कूल में ही हुई थी.
2008 में अपने ही विभाग में घोटाले का किया था पर्दाफाश
लेकिन रिंकू पढ़ाई में काफी अच्छे थे. सरकारी इंटर कॉलेज में इंटर की परीक्षा में अच्छे नंबर लाने पर उन्हें स्कॉलरशिप मिली और रिंकू ने टाटा इंस्टीट्यूट से बीटेक किया और 2004 में पीसीएस में उनका चयन हुआ. रिंकू राही पीसीएस अधिकारी बने, उन्हें मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी पद पर तैनात किया गया. साल 2009 में उन्होंने अपने ही विभाग में 83 करोड़ रुपये का घोटाले का पर्दाफाश किया था.
छात्रों से मिली यूपीएससी परीक्षा पास करने की प्रेरणा
इसके बाद उनके ही विभाग के लोग उनके बन गए और उनपर गोलियां चलाई. रिंकू को 7 गोलियां लगी थी, लेकिन अच्छी किस्मत के कारण उनकी जान बच गई. लेकिन इस हादसे में उनकी एक आंख चली गई और पूरा चेहरा खराब हो गया. इसके बाद वे भदेही जिले के जिला समाज कल्याण अधिकारी बने. वर्तमान में रिंकू हापूड़ में समाज कल्याण अधिकारी रहते हुए उन्हें यूपी सरकार द्वारा संचालित आईएएस पीसीएस कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर पद पर नियुक्त किया गया. उन्होंने कहा कि छात्रों के जीद से उन्होंने यूपीएससी परीक्षा दी थी. छात्रों की प्रेरणा से ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 683वीं रैंक हासिल की.