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Means of Transport

Means of Transport
Written by Rakesh Kumar

Means of Transport

आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ  परिवहन के साधन Means of Transport के बारे में

विस्तार से चर्चा करेंगे| यह सामाजिक विज्ञान का एक बहुत महत्तवपूर्ण विषय है| इससे पहली पोस्ट में आप

हरियाणा राज्य के जिले “Districts in Haryana State” नामक विषय के बारे में विस्तार से पढ़ चुके हैं।

Means of Transport:-

यातायात के साधन :- हम यह जानते हैं कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसके लिए अकेला रहना बहुत ही

कठिन है। उसे अपने मित्रों, रिश्तेदारों से मिलने के लिए तथा अपने कार्यों को पूरा करने के लिए, एक स्थान से

दूसरे स्थान पर जाना पड़ता है। अपनी व सामाजिक जरूरतों के अनुसार उसे अपना सामान एक स्थान से दूसरे

स्थान पर भी ले जाना पड़ता है। एक स्थान से दुसरे स्थान तक सामान ले जाने व लाने के लिए उसे यातायात के

साधनों की आवश्यकता पड़ती है।

“यातायात के साधनों द्वारा यात्रियों तथा वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने की प्रक्रिया को परिवहन

कहते हैं।”

“विभिन्न प्रकार की वस्तुओं, व्यक्तियों, व पशुओं और अन्य जरूरत के सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले

जाने व लाने के लिए विभिन्न प्रकार के वाहनों व पशुओं का प्रयोग किया जाता है। ऐसे साधनों को यातायात के साधन

कहा जाता है।”

यातायात के साधन:-

प्राचीन समय से ही लोग यातायात के साधनों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। पहले समय में लोग यातायात के लिए गधे, ऊंट,बैल और घोड़े आदि पशुओं का इस्तेमाल करते थे। लेकिन बाद में पहिए के अविष्कार के बाद यातायात बहुत ही आसान हो गया। अब पशुओं द्वारा चालित गाड़ियों का प्रयोग यातायात के साधनों के रूप में होने लगा। पहिए की खोज से यातायात अधिक आसान और सस्ता हो गया ।

यातायात या परिवहन के साधनों के प्रकार

 

वर्तमान समय में मनुष्यों के  द्वारा वस्तुओं तथा सेवाओं के परिवहन के लिए जल, स्थल, तथा वायु आदि साधनों

का उपयोग किया जाता है। हमे यातायात के साधनों का पता होना चाहिए| आम तौर पर अध्यापक के द्वारा भी

बच्चों को classroom में या घर पर homework के रूप में यातायात के साधन लिखने के लिए व याद करने के

लिए दिए जाते हैं|

परिवहन के मुख्य साधनों  के प्रकार निम्नलिखित हैं:-

जल परिवहन

स्थल परिवहन

वायु परिवहन

1.-  जल परिवहन:-जलमार्ग से होने वाला यातायात स्थल मार्ग की अपेक्षा कम खर्चीला है।

अर्थात जिन दूरस्थ विदेशों में थल मार्ग से नहीं पहुंचा जा सकता है,वहां जल मार्ग से आसानी से पहुंचा

जा सकता है।

जल परिवहन के प्रमुख साधन हैं- समुद्री जहाज, मोटर बोट, स्टीमर्स, किश्तियां, पेडल बोट तथा मालवाहक

समुद्री जहाज।

ये साधन यात्रियों को और भारी सामान को नदियों, सागरों और महासागरों के पार ले जाते हैं।

2.- स्थल परिवहन:-यातायात का यह साधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्तमान समय में स्थल परिवहन का उपयोग

सबसे अधिक होता है। इस तकनीकी युग में सड़क मार्ग का महत्व बहुत अधिक बढ़ गया है। बस, ट्रक, कार,

ट्रक, मेट्रो ट्रेन, मोटरसाइकिल, स्कूटर, बाइक, साइकिल, ऑटो रिक्शा, रेलगाड़ी, ट्रैक्टर, जीप, रिक्शा सड़क

मार्ग से चलने वाले वाहन हैं।

वैसे तो रेल भी स्थल परिवहन का ही साधन है, लेकिन यह स्थल पर बिछाई गई लोहे की पटरी पर दौड़ती है।

3.- वायु परिवहन:-यह यातायात का सबसे तेज साधन है। इसके द्वारा यात्रियों और भारी सामान को

एक स्थान से दूसरे स्थान पर बहुत ही कम समय में पहुंचाया जा सकता है।

आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि,वायुयान का आविष्कार राइट बंधुओं ने किया था।

वायु परिवहन के मुख्य साधन हैं- हवाई जहाज, स्पेसक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर और राकेट।

 

परिवहन के साधन

 

यातायात के विभिन्न साधनों को जिन-जिन के द्वारा संचालित किया जाता है या उनके चालकों को जिन-जिन

नामों से पुकारा जाता है, उनका ब्यौरा निम्नलिखित प्रकार से हैं:-

हवाई जहाज को चलाने वाला  = पायलट

मोटरसाइकिल चलाने वाला  = मोटरसाइक्लिस्ट

बस चलाने वाला  = चालक

समुद्री जहाज चलाने वाला  = कैप्टन

साइकिल चलाने वाला  = साइकलिस्ट

 

निष्कर्ष

मनुष्य को अपनी व सामाजिक जरूरतों के अनुसार अपना सामान एक स्थान से दूसरे स्थान पर  ले जाना पड़ता

है। एक स्थान से दुसरे स्थान तक सामान ले जाने व लाने के लिए उसे यातायात के साधनों की आवश्यकता पड़ती

है। विभिन्न प्रकार की वस्तुओं, व्यक्तियों, व पशुओं और अन्य जरूरत के सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक

ले जाने व लाने के लिए विभिन्न प्रकार के वाहनों व पशुओं का प्रयोग किया जाता है। ऐसे साधनों को यातायात के

साधन कहा जाता है।”  इस प्रकार से ये यातायात के साधन या परिवहन के साधन के बारे में लेख आप के सामने

बड़े सरल तरीके से प्रस्तुत किया गया है| इसे हमें अपने बच्चों तथा दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करना चाहिए|

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