IPS Success Story: पूजा यादव 2018 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत रिसेप्शनिस्ट के तौर पर की थी.
आईपीएस पूजा यादव
IPS Pooja Yadav: बिजनेस हो या एडमिनिस्ट्रेशन या फिर कोई फील्ड, महिलाएं अब लगभग हर जगह टॉप पॉजिशन पर पहुंच रही है. जो ये दिखाता है कि समाज में महिलाओं की स्थिति सुधर रही है. Women ने हर फील्ड में जाकर सिर्फ झंडे ही नहीं गाड़े है, बल्कि हर कदम पर अपनी काबिलियत साबित की है. महिलाएं हर चुनौतियों को पार करते हुए नई-नई बुलंदियां हासिल कर रही हैं. ऐसी ही एक महिला हैं पूजा यादव, जिन्होंने अपनी मेहनत के बूते रिसेप्शनिस्ट से आईपीएस अधिकारी बनने का सफर तय किया.
UPSC सिविल सर्विस एग्जाम को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. लेकिन हर साल लाखों युवा इस एग्जाम को देते हैं. इनमें से कुछ उम्मीदवार को ही सफलता का स्वाद चखने का मौका मिलता है. ऐसी ही एक उम्मीदवार पूजा यादव हैं, जिन्होंने इस एग्जाम की जमकर तैयार की और फिर इसे क्रैक किया. Pooja Yadav 2018 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. उनकी गिनती देश के सबसे बेहतरीन अधिकारियों के तौर पर होती है.
कौन हैं पूजा यादव
पूजा यादव का जन्म 20 सितंबर, 1988 को हुआ. उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा हरियाणा के स्कूल से की. आगे जाकर उन्होंने फूड एंड बायोटेक्नोलॉजी में एमटेक किया. पूजा का परिवार हमेशा उनके साथ खड़ा रहा, लेकिन कुछ बड़ा करने के लिए उनके पास संसाधन सीमित थे. यही वजह थी कि खर्चों को पूरा करने के लिए एक वक्त उन्हें रिसेप्शनिस्ट के रूप में भी काम करना पड़ा.
वह पढ़ाई के साथ इस नौकरी को किया करती थीं. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि वह बच्चों को भी ट्यूशन पढ़ाया करती थीं. ये सब वो इसलिए कर रही थीं, ताकि एमटेक की पढ़ाई चलती रहे. पढ़ाई पूरी करने के बाद पूजा नौकरी के लिए कनाडा चली गईं. कनाडा में कुछ साल काम करने के बाद उन्होंने जर्मनी का रुख किया.
विदेश में रहने के दौरान वह अच्छे पद पर थीं और अच्छी खासी सैलरी भी थी. मगर वह कम आय वाले परिवारों की मदद करने के लिए हमेशा आगे रहती थीं, ताकि उनके बच्चों का भला हो सके. इसी नियत के साथ वह भारत लौटीं और उन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम देने का फैसला किया. पहले प्रयास में तो उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने न सिर्फ एग्जाम क्लियर किया, बल्कि 174वीं भी हासिल की.
पूजा यादव वर्तमान में गुजरात कैडर की अधिकारी हैं. आईपीएस अधिकारी बनने की अपनी यात्रा में उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ा. लेकिन पूजा से शादी करने के बाद उन्होंने गुजरात कैडर में जाने की गुजारिश की.