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सिर्फ 22 की उम्र में रितिका ने क्रैक की यूपीएससी, बीमार पिता की देखभाल करते हुए की थी तैयारी

Ritika Jindal UPSC
Written by Rakesh Kumar

UPSC Success Story: पंजाब के मोगा की रहने वाली रितिका जिंदल (Ritika Jindal) ने 12वीं में सीबीएसई बोर्ड में पूरे नॉर्थ इंडिया में टॉप किया था. 12वीं के बाद रितिका ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया.

Ritika Jindal UPSC

यूपीएससी जैसी परीक्षा को क्रैक करने में कई उम्मीदवारों को सालों लग जाते हैं. ऐसे में बहुत कम ऐसे उम्मीदवार होते हैं जो कम उम्र में ही इस परीक्षा को क्रैक कर लें. ऐसे ही उम्मीदवारों में रितिका जिंदल (Ritika Jindal) का भी नाम आता है. आईएएस ऑफिसर रितिका जिंदल की कहानी सभी छात्रों को पढ़नी चाहिए. सिर्फ 22 साल की उम्र में रितिका ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस बनने का अपना सपना पूरा किया.

पंजाब के मोगा की रहने वाली रितिका जिंदल (Ritika Jindal) शुरू से ही आईएएस बनना चाहती थी. पंजाब के मोगा की रितिका जिंदल ने अपनी शुरुआती पढ़ाई भी यहीं से की. वे शुरू से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी और उन्होंने 12वीं में सीबीएसई बोर्ड में पूरे नॉर्थ इंडिया में टॉप किया था.

Motivational story of Ritika

12वीं के बाद रितिका ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया और 95 प्रतिशत के साथ पूरे कॉलेज में तीसरा स्थान प्राप्त किया. रितिका ने ग्रेजुएशन के दौरान ही यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और कॉलेज खत्म करने के बाद उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी.

रितिका के लिए आईएएस बनने की राह इतनी भी आसान नहीं थी क्योंकि जब वह पहली बार यूपीएससी की परीक्षा देने  की तैयारी कर रही थीं तब उनके पिता टंग कैंसर के शिकार हो गए. कहीं न कहीं इस वजह से रितिका की पढ़ाई भी प्रभावित हुई. जब रितिका दूसरी बार परीक्षा देने की तैयारी कर रही थीं, तब उनके पिता को लंग कैंसर हो गया.

कॉलेज खत्म करने के बाद उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी. तीनों स्टेज को क्लियर कर दिखाया लेकिन फाइनल लिस्ट में वह कुछ ही अंक से पीछे रह गईं. उन्होंने हार नहीं मानी और एक बार फिर परीक्षा देने का फैसला किया. रितिका जिंदल ने पहले प्रयास में असफलता का सामना करने के बाद के बाद खूब  मेहनत की और 2018 में दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी.

आखिरकार रितिका ने सीएसई यानी सिविल सर्विसेज परीक्षा में ऑल इंडिया में 88वीं रैंक प्राप्त कर के आईएएस बनने के सपना को पूरा कर दिखाया. रितिका कहती हैं कि, जीवन में जब कभी चुनौतियां आएं तो उनसे घबराएं नहीं, न अपने कदम पीछे करें.

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Rakesh Kumar