हिंदी साहित्य के प्रमुख कवि व उनकी रचनाएँ
हिंदी साहित्य के प्रमुख कवि व उनकी रचनाएँ:- आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आप के साथ हिंदी साहित्य के प्रमुख कवि व उनकी रचनाये विषय के बारे में चर्चा करेंगे| हिंदी साहीत्य के प्रमुख कवि कौन-से हैं तथा उनकी रचनाये कौन-कौन सी हैं,इन सब के बारे में विस्तार से पढेंगे?
इससे पहले की पोस्ट में हम आप को “छंद की परिभाषा व भेद “ के बारे में विस्तार से बता चुके हैं|
हिंदी साहित्य के कवि व उनकी रचनाएँ :-
साहित्यकार रचनाएं
1.- रामनरेश त्रिपाठी – स्वप्न, मिलन, मानसी।
2 .- स्वयंभू – पउमचरिउ
3.- अमृतराय – कलम का सिपाही
4.- मंजन – मधुमालती
5.- मलिक मोहम्मद जायसी – पद्मावत, आखिरी कलाम
6.- राजा राममोहन राय – संवाद कौमुदी
7.- कुतुबन – मृगावती
8.- शुद्रक – मृच्छकटिकम्
9.-ज्योतिबा राव फुले – गुलामगिरी
10.- गुलबदन बेगम – हुमायूंनामा
11.- बाल गंगाधर तिलक – गीता रहस्य
12.- अबुल फजल – आईने अकबरी, अकबरनामा
13.- क्षेमेंद्र – वृहत् कथामंजरी
14.- सोमदेव – कथासरित्सागर
15.- अश्वघोष – बुद्धचरित
16.- फनिश्वर नाथ रेणु – मैला आंचल
17.- श्री जयशंकर प्रसाद जी – कंकाल, तितली, आंसू, आंधी, झरना, लहर, ध्रुवस्वामिनी, अजातशत्रु, स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, आकाशदीप, इंद्रजाल, प्रेम पथिक, कामिनी
प्रमुख साहित्यकार तथा उनकी रचनाएँ
18.- महादेवी वर्मा – मेरा परिवार, संध्यागीत, रश्मि, निहार, नीरजा, दीपशिखा, यामा, अतीत के चलचित्र, गिल्लू।
19.- श्रीसुमित्रानंदन पंत जी – चिदंबरा, पतझड़ पल्लव कला और बूढ़ा चांद, गीता और हंस
20.- सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’- नए पत्ते, आराधना, आधे-अधूरे, गीतिका, परिमल, करुणालय, अर्चना।
प्रमुख हिंदी लेखक व उनकी रचनाएँ:-
21.- रामधारी सिंह ‘दिनकर’- कुरुक्षेत्र, संस्कृति के चार अध्याय, उर्वशी, रेणुका, हुंकार, रसवंती, इतिहास के आंसू।
।22.- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’- तार सप्तक, कितनी नावों में कितनी बार।
23.- मैथिलीशरण गुप्त – भारत भारती, साकेत, द्वापर। किसान, जय भारत, पंचवटी, रंग में भंग, यशोधरा
हिंदी के प्रसिद्ध कवि एवं उनकी रचनाएँ
24.- अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’– वैदेही वनवास
25.- रसखान – प्रेम वाटिका।
26.- सूरदास – सूरसागर, सूर सारावली, साहित्य लहरी।
27.- राहुल सांकृत्यायन – मेरी तिब्बत यात्रा।
28.- हर्षवर्धन – रत्नावली, प्रियदर्शिका, नागालैंड।
29.- श्री बाबू गुलाब राय जी – अध्ययन, मेरी असफलताएं, राष्ट्र का सिद्धांत
30.- नरपति नाल्ह – बीसलदेव रासो
31.- जगनिक- परमाल रासो
32.- चंदबरदाई – पृथ्वीराज रासो
33.- शार्ङधर – हम्मीर रासो
हिंदी के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं:-
34.- जयप्रकाश भारती – चलो चांद पर चलें, दुनिया रंग बिरंगी, अथाह सागर।
35.-श्री हरिवंश राय बच्चन जी – मधुशाला, मधुबाला, क्या भूलूं क्या याद करूं, नीड का निर्माण फिर
36.- डॉ. श्री राजेंद्र प्रसाद जी – मेरी आत्मकथा, शिक्षा और संस्कृति, भारतीय संस्कृति, गांधीजी की ट्रेन।
37.- श्री कालिदास जी – रघुवंश, मेघदूत, कुमारसंभव, ऋतुसंहार, अभिज्ञान शाकुंतलम्, मालविकाग्निमित्रम् और विक्रमोर्वशीयम्।
38.- विशाखादत्त – देवीचंद्रगुप्तम, मुद्राराक्षस।
39.- विष्णु शर्मा – पंचतंत्र
40.- बाणभट्ट – कादंबरी, हर्षचरित
हिंदी साहित्य के रत्न और उनकी रचनाएँ
41.- पाणिनि – अष्टाध्यायी
42.- पतंजलि – महाभाष्य
43.- दंडी – दशकुमार चरित
44.- राजशेखर – काव्यमीमांसा, कर्पूर मंजरी
45.- तुलसीदास – श्रीरामचरितमानस, कवितावली, गीतावली, दोहावली, विनय पत्रिका, बरवै रामायण, रामलला नहछू, जानकी मंगल और पार्वती मंगल।
46.- मुंशी प्रेमचंद – गोदान, गबन, कर्मभूमि, रंगभूमि, सेवा सदन, कर्बला, प्रेमाश्रम, ईदगाह, प्रेम की वेदी, पूस की रात, मंगलसूत्र, नमक का दरोगा, मानसरोवर, कुछ विचार, संग्राम, प्रेम पच्चीसी और निर्मला।
47.- श्री धर्मवीर भारती जी – सूरज का सातवां घोडा, ठेले पर हिमालय, गुनाहों का देवता, अंधा युग।
48.- रामचंद्र शुक्ल – चिंतामणि
49.- हजारी प्रसाद ‘द्विवेदी’- अशोक के फूल
50.- भारतेंदु हरिश्चंद्र – अंधेर नगरी
51.- लल्लू लाल – प्रेम सागर
52.-सदल मिश्र – नासिकेतोपाख्यान
53.-देवकीनंदन खत्री – चंद्रकांता
54.- जैनेंद्र – त्यागपत्र
55.- स्वामी दयानंद ‘सरस्वती’- सत्यार्थ प्रकाश
56.-श्री गजानन माधव जी ‘मुक्तिबोध’ – चांद का मुंह टेढ़ा है
महादेवी वर्मा को ज्ञानपीठ पुरस्कार कब मिला था?
सन् 1982 में उनकी कृति ‘यामा’ के लिए महादेवी वर्मा को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को ज्ञानपीठ पुरस्कारकब मिला था?
सन् 1972 में रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को उनकी रचना ‘उर्वशी’ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था|
श्री सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन जी ‘अज्ञेय’ को ज्ञानपीठ पुरस्कार कब मिला था?
सन् 1978 में सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था|
भारत का शेक्सपियर किसे कहा जाता है?
भारत का शेक्सपियर कालिदास को कहा जाता है।
सुमित्रानंदन पंत को ज्ञानपीठ पुरस्कारकब दिया गया था?
सुमित्रानंदन पंत को 1968 में उनकी कृति ‘चिदंबरा’ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया था।