स्पेन का ला पाल्मा ज्वालामुखी
स्पेन का ला पाल्मा ज्वालामुखी:- आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपसे स्पेन का ला पाल्मा ज्वालामुखी
के बारे में चर्चा करेंगे| ला पाल्मा ज्वालामुखी क्या हैं, इसका उद्गम स्थान कहां पर हैं तथा इसके क्या घातक
परिणाम हो सकते हैं, इन सब के बारे में विस्तार से पढेंगे?
इससे पहले की पोस्ट के माध्यम से हम आप को “ज्वालामुखी और इसके प्रकार” के बारे में विस्तार से बता चुके हैं।
स्पेन का ला पाल्मा ज्वालामुखी:-
स्पेन के द्वीप ला पाल्मा में जो कि अटलांटिक महासागर में स्थित है,एक हफ्ते तक भूकंप के झटकों के बाद
ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया। 19 सितम्बर 2021 के दिन रविवार को ला पाल्मा ज्वालामुखी में पहला विस्फोट हुआ|
अधिकारियों को आनन-फानन में इसके बाद हजारों लोगों को वहां में रेस्क्यू करना पड़ा। अपने रास्ते में आने
वाले कई घरों को लावा ने नष्ट कर दिया।
ला पाल्मा द्वीप जो कि स्पेन में स्थित है तथा कैनरी द्वीपों में से एक है| यह पिछले कुछ दिनों से सक्रिय ज्वालामुखी
की वजह से काफी चर्चा का विषय बना हुआ है| बताया जा रहा था कि जब यह पहले दिन फटा था तो इसके लावा
की धार ने करीब एक किलोमीटर की ऊँचाई हासील की थी| लगातार हो रहे इन ज्वालामुखी विस्फोटों के कारण
गैस के बड़े बादल वायुमंडल में बन रहे थे| ला पाल्मा तथा इसके आसपास के क्षेत्र में ज्वालामुखी उदगार के कारण
पर्यावरण में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा था |
लावा ने बढ़ाई चिंता
La Palma Volcano:-
ज्वालामुखी में विस्फोट होने से पहले कई दिन तक लगातार भूकंप के अनेक झटके आते रहे। एक हजार से भी
अधिक लोगों को अधिकारियों के द्वारा तत्काल वहां से रेस्क्यू किया गया । स्पेन के सिविल सुरक्षा बल का यह मानना है कि
यहां से लगभग दस हजार ओर लोगों को रेस्क्यू करना पड़ सकता है। ला पाल्मा शहर की लगभग 85,000 की आबादी है|
यह अफ्रीका के पश्चिमी तट के निकट स्थित है|
यह ज्वालामुखी, स्पेन के कैनरी द्वीपसमूह के आठ ज्वालामुखी द्वीपों में से एक है। मारियानो हेरनानंदेह जो कि
ला पाल्मा के अध्यक्ष है ने बताया कि इस समय तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है| लागातार लावा के
बहने के कारण तटों पर जो आबादी वाले इलाके हैं उनके बारे में चिंता बढ़ गई है।
ला पाल्मा के अटलांटिक द्वीप से रविवार को स्पेन के प्रशासन ने लोगों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया था।
भूकंप के तेज़ झटके आने की और ज्वालामुखी के फटने की चेतावनी विशेषज्ञों ने पहले ही जारी कर दी थी।
स्थानीय लोगों को किया आगाह:-
भूकंपीय गतिविधि के केंद्र के नजदीक स्थित गांवों से एहतियाती उपाय के तहत अधिकारियों ने लोगों को
रेस्क्यू करने का आदेश पहले ही जारी कर दिया था । यह कैनरी द्वीपसमूह के हिस्से में शामिल है। रविवार
को 3.8 तीव्रता का भूकंप आया था और सतह पर भूकंपन गतिविधि महसूस की गई थी।
सन 1971 में भी ज्वालामुखी में हो चुका है विस्फोट
भूकंप वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी भूकंप के ओर भी तेज़ झटके आ सकते हैं| इस कारण से इमारतों
को हानि पहुंच सकती है। यह भी आशंका जाहिर की जा रही है कि अटलांटिक द्वीप के दक्षिण-पश्चिमी तट के
हिस्से से पहाड़ों से चट्टाने टूटकर नीचे गिर सकती है। लगभग 50 वर्ष पहले पिछली बार 1971 में भी हो चुका है
इस ज्वालामुखी में विस्फोट।
लावा नदी के समान बह रहा है:-
ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण लावा 10 दिन बाद भी नदी की तरह बहता जा रहा था | यह ओर दूसरे क्षेत्रों में
फैलकर कई घरों और खेतों को खराब कर सकता है| इससे काफी संपत्ति का नुकासन हो चुका है तथा इसके
साथ अभी तक 6000 से भी ज्यादा लोगों को वहां से रेस्क्यू किया जा चुका है| लोगों को सलाह दी गई है कि वे
अभी कुछ समय तक अपने घरों से दूर रहें|
ला पाल्मा द्वीप का हो रहा है विस्तार:-
ला पाल्मा द्वीप का विस्तार हो रहा है क्योकि उसके ज्वालामुखी विस्फ़ोटों से लावा निकल कर अटलांटिक महासागर
में जाकर गिर रहा है| यह लावा वहां जाकर ठंडा होकर ठोस रूप धारण कर रहा है तथा एक डेल्टा का निर्माण हो रहा है|
इस कारण से द्वीप का भाग बढता जा रहा है|
सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों में दिख रहा है कि लावा के बाहर निकलने के कारण द्वीप के पश्चिमी तट पर पिघली
चट्टान अंग्रेजी के अक्षर डी (D) की शेप बना रही है तथा यह लगभग 350 हेक्टेयर के क्षेत्र को अपनी चपेट में लिए
हुए है जिसके और आगे ज्यादा बढ़ने की आंशका बनी हुई है|
स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं हो सकती है पैदा
करीब 400 घर तथा कई किलोमीटर लम्बी सड़क तथा खेत लावा के बहने के कारण नष्ट हो चुके हैं|
क्यूम्ब्रे विएजा ज्वालामुखी से काला और सफेद धुआं निकल रहा है। उदगार से निकले लावा के अलावा
हवा में फैले कांच के अति बारीक कण तथा हाइड्रोक्लोरिक एसिड आंख, त्वचा के इलावा श्वसन तत्रं
में जलन जैसी समस्याएं पैदा कर रही हैं|
नही टला है अभी संकट:-
नैशनल जियॉलजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेन ने बताया कि यह बताना बहुत कठिन कार्य है कि ज्वालामुखी
फटने की यह प्रक्रिया कब तक जारी रहेगी लेकिन| क्योंकि पिछली बार भी यह प्रक्रिया कई हफ्तों तक
जारी रही थी|
इस में कोई दो राय नही है कि खतरा अभी बहुत बड़ा है| लावा का असर कब तलक जाकर शांत होगा
इसके बारे में कोई निश्चित स्थिति नही बताई गई| बहुत सारे लोग अपनी आय का साधन खो चुके है तथा
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि हालात सामान्य होने में अभी महीनों तक का समय भी लग सकता है|