संस्कृत में पेड़ों के नाम
संस्कृत में पेड़ों के नाम:- आज इस लेख के माध्यम से हम आप को संस्कृत में पेड़ों के नाम के बारे में हिंदी, अंग्रेजी तथा Sanskrit में जानकारी प्रदान करेंगे| पेड़ को Sanskrit भाषा में क्या कहते हैं तथा विभिन्न प्रकार के पेड़ों के Sanskrit में क्या-क्या नाम हैं, इन सब के बारे में विस्तार से जानेंगे?
इससे पहले की पोस्ट के माध्यम से हम आप को “संस्कृत में पक्षियों के नाम” के बारे में विस्तारपूर्वक बता चुके हैं।
संस्कृत में पेड़ों के नाम:-
पेड़ पौधे हमारे जीवन का आधार है| ये हमे आक्सीजन प्रदान करते हैं तथा वायुमंडल से कार्बन डाइआक्साइड को ग्रहण कर लेते हैं| इस प्रकार से ये वातावरण में संतुलन बनाये रखते हैं| वृक्ष वर्षा लाने में सहायक होते हैं तथा धरती के कटाव को रोकते हैं|
इस प्रकार से ये जलस्तर का संतुलन भी बनाये रखते हैं तथा हमे पीने के लिए स्वच्छ पानी भी उपलब्ध कराते हैं| हम अपने आसपास बहुत सारे पेड़ पौधौं को देखते हैं| इनमे से हम कई पेड़ों के नामो को हिंदी में या फिर अंग्रेजी में जानते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को ही इनका Sanskrit में नाम पता है|
आज हम आप को अनेक प्रकार के पेड़ों के नाम हिंदी, English तथा Sanskrit में बताएंगे| तो आइये आरम्भ करते हैं अपना यह लेख हिंदी, अंग्रेजी तथा Sanskrit में पेड़ों के नाम-
Trees Name in Sanskrit
संस्कृत में पेड़ों के नाम:-
Hindi English Sanskrit
पेड़ Tree वृक्षः, तरुः
बांस Bamboo वेतसः
बरगद का पेड़ Banyan Tree वटः, पर्कटी
खजूर का पेड़ Palm Tree तालः
खजूर Date Palm खर्जूरम्
देवदार Pine देवदारुः, देववृक्ष:
अशोक Saraca Asoca अशोक:
पीपल Ficus Religiosa अश्वत्थः
अंजीर Fig अंजीर:
अनार Pomegranate दाडिमम्
सेब Apple सेवम्
कमीने सागौन Bastard Teak किंशुकः
बबूल Acacia कण्टकवृक्ष, कोकरः
मदार Madar अर्कवृक्ष
इमली Tamarind अम्लिका, तिंतिडी
अलुवा Aluva मधुकः
हिंदी व संस्कृत में पेड़ों के नाम:-
Hindi Sanskrit
अंगूर का पेड़ द्राक्षा, मृद्वीका वृक्ष:
अखरोट अक्षोट:
गूलर उदुम्बरम्
अर्जुन अर्जुन
रेड़ एरण्ड:
सेमर शाल्मलि:
आम आम्रम्
आबनूस तमाल:
संतरा नारंगम्
साल का वृक्ष सालः
कटहल पनसः
मुसम्मी मातुलुंग:
अनानास अनानासम्
खैर खदिरः
केला कदली
अमरूद बीजपूर: वृक्ष:
मोलसरी बकुलः
चमेली मालती
कल्पवृक्ष कल्पवृक्ष:
पान ताम्बूलम्
आँवला आमलकी, आमलक: वृक्ष:
आक अर्क
गुलाब पाटलम्
रीठा फानिलः
मेहंदी मेन्धिका
कनेर कर्णिकारः
चम्पा चम्पकः
लीची लीचिका
करौंदा करमर्दक:
आबनूस तमाल
केवड़ा केतकी
कुन्द कुन्दम्
चिरचिरी अपामार्गः
कदम्ब कदम्बः
तुलसी तुलसिका
शरीफा सीताफलवृक्ष:
चीड़ भद्रदारु
नारियल नारिकेल:
बेल बिल्वः
महुआ मधूकः
धतूरा धत्तूरः
जामुन जम्बुः
नीम नीम्बः, निम्बवृक्ष:
नींबू जम्बीरम्
नासपाती अमृतफलवृक्ष:
हरसिंगार शेफालिका
पाकड़ पर्कटीवृक्षः
ताड़ तालः, तालवृक्ष:
जूही यूथिका
ढाक किंशुकः
पपीता मधुकर्कटीवृक्ष:
नेवारी नवमालिक
बेला मल्लिका
शीशम शिंशपा
चंदन चंदनम्
चाय चायम्
पारिजात पारिजात:
पेड़ों के बगैर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती| पेड़ों से हमे अनेक प्रकार की लकड़ी मिलती है जिनसे घर की खिड़कियाँ, दरवाजे तथा अनेक प्रकार का फर्नीचर बनाया जाता है|
वृक्षों के नाम संस्कृत में
वृक्ष पक्षियों के लिए वरदान है ये उनको आश्रय देते हैं तथा पक्षी वृक्षों की डालियों पर अपना घौंसला बनाते हैं| वृक्षों के कारण ही अनेक प्रकार के जानवर जंगल में जीवित रह पाते हैं|
वृक्षों से हमे कई प्रकार के फल, फूल, छाया, पत्तियां, जड़ आदि प्राप्त होते हैं जो अनेक औषधियों में काम आते हैं| पेड़ ही हमारे वातावरण के असली योद्धा हैं तथा हमारे सच्चे साथी हैं| ये धरती पर एक अमूल्य धरोहर के समान हैं तथा मनुष्य की सभी आधारभूत आवश्कताएं पेड़-पौधों के द्वारा ही पूरी होती है| पेड़ों के कारण ही इस धरा पर जीवन सम्भव है इनके बगैर यहां तबाही मच सकती है|
पेड़-पौधों का कोई अन्य विकल्प नहीं है| पेड़ों को हरा सोना भी कहते हैं क्योंकि यह हमारे लिए बहुत उपयोगी है| पेड़ों के अत्यधिक कटाव के कारण ही आज ग्लोबल वार्मिंग की समस्या उत्पन्न हो गई है| पेड़ों से हमे सिर्फ लकड़ी ही प्राप्त नहीं होती है बल्कि हवा, वस्त्र, पानी, खाने व पीने की सामग्री, ईंधन, जानवरों के लिए चारा ओर इन के इलावा भी पेड़ पौधे हमारी अनगिनत जरूरतों को पूरा करते हैं|
आपको यह संस्कृत में पेड़ों के नाम अवश्य ही पसंद आये होंगे| आप इन्हें आगे जरूर शेयर करें। आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं। और एक पेड़ अवश्य लगायें|