हिंदी व्याकरण

बसंत पंचमी पर निबंध

बसंत पंचमी पर निबंध
Written by Rakesh Kumar

बसंत पंचमी पर निबंध

बसंत पंचमी पर निबंध:- आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आप के साथ बसंत पंचमी पर निबंध के बारे में  चर्चा करेंगे| भारत में बसंत पंचमी का त्यौहार कैसे मनाया जाता हैं, इस के बारे में विस्तार से पढेंगे?

इससे पहले की पोस्ट में हम आप को 30 जनवरी शहीद दिवस के बारे में विस्तार से बता चुके हैं|

 

परिचय:-

बसंत पंचमी का त्योहार एक महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार है जो हर साल माघ महीने में हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। यह त्योहार माघ के पांचवें दिन मनाया जाता है, ग्रेगेरियन कैलेंडर के अनुसार यह दिन फरवरी या मार्च के महीनों में आता है। इस दिन का महत्व ज्ञान की प्रतीक देवी सरस्वती की पूजा और बसंत के मौसम की शुरुआत में निहित है।

 

बसंत पंचमी मनाने का पौराणिक कारण:-

भारत में प्रचलित मान्यता के अनुसार, इस त्योहार की उत्पत्ति आर्य काल में हुई। आर्य लोग कई अन्य लोगों के बीच सरस्वती नदी को पार करते हुए खैबर दर्रे से होकर भारत में आकर बस गए। एक आदिम सभ्यता होने के नाते, उनका अधिकांश विकास सरस्वती नदी के किनारे हुआ। इस प्रकार, सरस्वती नदी को उर्वरता और ज्ञान के साथ जोड़ा जाने लगा। तब से यह दिन मनाया जाने लगा।

 

 

Basant Panchami Essay In Hindi

हिन्दू मान्यताएं:-

भारत देश की हिन्दू मान्यता के अनुसार, यह दिन लोकप्रिय कालिदास कवि के साथ जुड़ा हुआ है। छल के माध्यम से एक सुंदर राजकुमारी से शादी करने के बाद, राजकुमारी ने उसे अपने बिस्तर से बाहर निकाल दिया क्योंकि उसे पता चला कि वह मूर्ख था। इसके बाद, कालिदास आत्महत्या करने के लिए चले गए, जिस पर सरस्वती पानी से बाहर निकलीं और उन्हें वहां स्नान करने के लिए कहा।

 

बसंत पंचमी पर निबंध:-

पवित्र जल में डुबकी लगाने के बाद, कालिदास ज्ञानी हो गए और उन्होंने कविता लिखना शुरू कर दिया। इस प्रकार, बसंत पंचमी को शिक्षा और शिक्षा की देवी माँ सरस्वती की वंदना करने के लिए मनाया जाता है।

 

त्योहार का आधुनिक स्वरुप:-

आज के समय में, यह त्यौहार किसानों द्वारा बसंत के मौसम के आने पर मनाया जाता है। यह दिन बड़े पैमाने पर भारत के उत्तरी भागों में मनाया जाता है। यहां, लोग ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं और देवी सरस्वती के नाम पर अनुष्ठान आयोजित करते हैं।

 

बसंत पंचमी पर निबंध:-

इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। यह मौसम अधिक सुहावना और खिला खिला सा होता है। यह दिन देवी सरस्वती के जन्म दिन के रूप में धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन को शुभ माना जाता है।

रंग पीला त्यौहार के साथ जुड़ा हुआ प्रमुख रंग है, जिसका मूल सरसों के खेतों को माना जाता है जो इस अवधि के दौरान पंजाब और हरियाणा में देखा जा सकता है। पतंगबाजी भी आमतौर पर इस त्योहार से जुड़ी होती है। बच्चों के साथ-साथ वयस्क भी इस दिन पतंग उड़ाते हैं ताकि आजादी और आनंद मनाया जा सके।

 

Essay On Basant Panchami In Hindi

इस दिन से जुड़ी एक और परंपरा युवा में पढ़ाई शुरू करने की है। छोटे बच्चे अक्सर इस दिन से लिखना सीखना शुरू करते हैं, जिसका कारण यह माना जाता है कि मार्च के महीने में स्कूल सत्र शुरू होते हैं। इस दिन पीले रंग की मिठाई भी वितरित की जाती है और लोगों को गरीबों को किताबें और अन्य साहित्यिक सामग्री दान करते हुए भी देखा जा सकता है।

 

बसंत पंचमी का महत्व:-

जब सर्दियों का मौसम ख़त्म होता है, तो बसंत के आगमन की तैयारी शुरू हो जाती है। देश के

लगभग सभी राज्यों में सरवती पूजा की जाती है। इस त्यौहार में पशु पक्षी और पेड़ पौधे खुशियों

से नाच उठते है।

माँ सरस्वती को संगीत की देवी भी कहा जाता है। इसलिए सभी कलाकार इस दिन को प्राथमिकता

देते हुए सरस्वती पूजा को सम्पूर्ण श्रद्धा के साथ मनाते है। सभी लोग इस त्यौहार पर पीले रंग के पोशाक

पहनते है।

 

सरस्वती माँ का आशीर्वाद पाने के उद्देश्य से विद्यार्थी और बड़े लोग व्रत रखते है और पुष्पांजलि देते है। पुष्पांजलि देने के पश्चात सभी लोग प्रसाद ग्रहण करते है।

 

बसंत पंचमी के दिन पीला वस्त्र ही क्यों?:-

बसंत त्यौहार पर पीले रंग का प्रभाव अधिक रहता है। बसंती रंग पीले रंग का होता है। पीला रंग

ख़ुशी, समृद्धि, ऊर्जा और रोशनी का प्रतीक है। यह एक मुख्य कारण है, जिसकी वजह से लोग

पीले रंग का वस्त्र धारण करते है।

 

Basant Panchami Festival Essay In Hindi

पीले रंग का फूल और पीले रंग की मिठाईयों को देवी सरस्वती के आगे चढ़ाया जाता है। बसंत पंचमी

के इस पवित्र मौके पर स्वादिष्ट भोजन बनता है, जिसे लोग आनंद से ग्रहण करते है।

 

कैसे मनाया जाता है बसंत पंचमी:-

इस त्यौहार के अनुसार छोटे बच्चो को उनका पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है।

सरस्वती देवी कला, ज्ञान का स्रोत है। उन्हें ज्ञान और बुद्धि की देवी कहा जाता है।  इस

दिन के सुबह को बसंत पंचमी का त्यौहार लोग अपने घरो में मनाते है।

 

बसंत पंचमी पर निबंध:-

बसंत पंचमी में लोग पतंग उड़ाते है। इस पर्व में बसंती रंग के पोशाक पहनते है और बसंती

रंग के भोजन खाते है। सभी छात्र नहा धोकर सरस्वती पूजा के लिए तैयार हो जाते है। प्रत्येक

छात्र सरस्वती देवी का आर्शीवाद चाहते है, ताकि वह अपनी शिक्षा अच्छे से प्राप्त कर सके।

भारत में लगभग सभी विद्यालयों और शिक्षा संस्थानों में बड़े रीति रिवाज़ के संग इसे मनाया जाता है।

बसंत पचमी में कई जगहों पर मेला लगता है। लोग एक दूसरे से प्यार और स्नेह के साथ मिलते है।

 

उपसंहार:-

छोटे- छोटे पक्षी हमें अपने मीठे संगीत से आनंदित करते हैं जिससे हमारा मनोरंजन भी होता हैं।

कोयल के शानदार गीतों से हमारा दिल और आत्मा भर जाती है। सब कुछ उज्ज्वल और सुंदर दिखता है।

यही कारण है कि हम बसंत पंचमी बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं। गांवों में खेतों में पीली सरसों खिलने

से खेतों को सुंदर रूप मिलता है। बागीचों में खूबसूरत रंग-बिरंगे फूल दिखाई देते हैं।

 

About the author

Rakesh Kumar