दीपावली पर हिंदी में निबंध
दीपावली पर हिंदी में निबंध:- आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आप से दीपावली पर हिंदी में निबंध के बारे में
चर्चा करेंगे| दीपावली का त्यौहार कब मनाया जाता है, इस त्यौहार के मनाये जाने के क्या कारण है तथा यह त्यौहार
कैसे मनाया जाता है, इन सब के बारे में विस्तार से पढेंगे?
इससे पहले की पोस्ट में हम आप को “चक्रवात व इसके प्रकार“ के बारे में विस्तार से बता चुके हैं|
विद्यालय में अध्यापकों द्वारा बच्चों को दिवाली का प्रस्ताव लिखवाया जाता है या होमवर्क के रूप में भी घर से लिखने
के लिए दिया जाता है|इस लेख के माध्यम से आज हम भी आपको दिवाली के बारे
में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे|
अत: आप दिवाली से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़े।
दीपावली: संक्षिप्त परिचय
दीपावली का त्यौहार भारत देश का हिन्दूओं का सबसे बड़ा त्यौहार है| पूरे भारत में यह त्यौहार हर साल बड़ी
धूमधाम से मनाया जाता है| यह भारत देश के सभी नागरिकों का खुशी व उलास का त्यौहार है|
यह त्यौहार श्री रामचन्द्र जी के अयोध्या वापिस आने की ख़ुशी में मनाया जाता है|
प्रत्येक घर में दीपावली के शुभ अवसर पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है।
यदि भारत देश के निवासी दिवाली के दिन किसी अन्य देश में भी रहते हैं तो भी ये त्यौहार बड़ी
धूम धाम से मनाते हैं| दिवाली के त्यौहार को भारत में लगातार कई दिनों तक मनाया जाता है|
दीपावली का अर्थ
हमारे भारत देश को त्यौहारों का देश कहा जाता है| यहां हर वर्ष अनेक प्रकार के त्यौहार मनाये
जाते है लेकिन उन सभी त्योहारों में सबसे बड़ा त्यौहार दिवाली का पर्व है। दीपावली दो शब्दों से
मिलकर बना है ”दीप” और ”आवली”।
ये शब्द संस्कृत भाषा से लिए गए हैं जिनका अर्थ होता है दीपों की लड़ी|
आप सभी यह भली भाती जानते हैं कि दिवाली मुख्यतः हिन्दू धर्म के लोगो के द्वारा मनाई जाती है|
यह हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। देश के छोटे बड़े सभी नागरिकों के द्वारा यह पर्व
बड़े ही हर्षो-उल्लास के साथ मनाया जाता है| यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास में आता हैं|
अंग्रेजी महीने के हिसाब से यह महिना अक्टूबर या नवंबर मास में आता है।
हर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है|
यह दीपों का त्यौहार है| पुरे भारत देश में हर घर को इस दिन विभिन्न प्रकार की कलर फुल लाइटों
से और घी के दीयों से सजाया जाता है| घर में साफ़ सफाई का कार्य दीपावली से काफी समय पहले
लोगो के द्वारा शुरू कर दिया जाता है|
लोगो के द्वारा अपने-अपने घरों में विभिन्न प्रकार की सज़ावटे की जाती है।
घरो में अनेक प्रकार के रंगो से रंगोली भी बनाई जाती है| दूसरे धर्मों के लोगों के द्वारा भी इस त्यौहार
को अलग-अलग ढंग से मनाया जाता है। इस त्यौहार का इन्तजार बड़ी उत्सुकता के साथ सभी
नागरवासियों के द्वारा किया जाता है।
हिंदी में दिवाली पर निबंध
प्राचीन कथाओं के अनुसार दिवाली के त्यौहार को इसलिए मनाया जाता है कि इस दिन भगवान् श्री
रामचन्द्र जी महाराज 14 वर्ष के वनवास को पूरा करके तथा अपने माता पिता का वचन निभा कर
और रावण का वध करके अपनी जन्मभूमि अयोध्या में वापिस लौट आये थे।
अयोध्या वापिस आने की ख़ुशी में वहां के लोगो के द्वारा इस दिन घी के दिए जलाये गए तथा खुशियाँ मनाई गई|
उस दिन से ही दिवाली का त्यौहार हर वर्ष मनाया जाता रहा है।
इस दिन सभी लोग विभिन्न प्रकार के उपहारों को अपने पड़ोसियों तथा रिश्तेदारों को तोहफे के रूप में
भेंट करते है। लोग एक दुसरे के घर मिठाईयां बांटते है तथ गले लगकर खुशिया मनाते हैं|
इन दिनों कुछ अलग ही तरह की रौनक दिवाली के त्यौहार के समय पूरे देश में दिखाई देती है| दिवाली सभी
लोगो का महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक त्यौहार है| इसे सभी लोगो के द्वारा बड़े ही उत्साह व उल्लास के साथ मनाया जाता है।
दिपावली से एक दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है|
इस दिन लोगो के द्वारा किसी नई वस्तु के रूप में खरीदारी की जाती है|
आम तौर पर इस दिन किसी नये बर्तन या सोने या चांदी के किसी जेवर को खरीद कर घर लाया जाता है|
लोगो के द्वारा दिवाली के शुभ अवसर में बड़ी मात्रा में बाजारों से खरीदारी की जाती है।
सभी लोगो के द्वारा नए-नए कपड़ें पहने जाते है तथा खूब सज-धज कर लोग एक दूसरे को दिवाली की मुबारकबाद देते हैं|
दिवाली पर निबंध
यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है क्यों कि इस दिन भगवान रामचंद्र जी ने
रावण पर विजय प्राप्त की थी । दिपावली के दिन दुकानों को बाजारों में रंग बिरंगी लाइटों व लड़िओं से
खूब सजाया जाता है।
दीपावली के त्यौहार को मिठाईयों, पटाखों और फुलझड़ियों के द्वारा बड़े हर्षों-उल्लास के साथ मनाया जाता है|
दिवाली के त्यौहार में बाजारों में कई प्रकार की मिठाइयों को बनाया जाता है|
बाजारों में चारों तरफ दिवाली के त्योहारों के अवसर पर बहुत भारी भीड़ भरी रहती है।
सभी लोगों के द्वारा यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार दिवाली के शुभ अवसर पर सूर्यास्त होने के पश्चात भगवान् गणेश और माता
लक्ष्मी जी की पूजा अरचना की जाती है। धन की प्राप्ति, सुख समृधि और स्वस्थ जीवन के लिए यह पूजा की जाती है|
लक्ष्मी जी के आवागमन के लिए उस दिन घरों में रंगोली भी बनाई जाती है|
सर्वप्रथम गणेश भगवान जी की पूजा करने के लिए गणेश जी की आरती की जाती है।
पूरे परिवार सहित लक्ष्मी जी की पूजा व आरती की जाती है| यह त्यौहार देश में बच्चे बूढ़े और जवान और
बड़े सभी उम्र के लोगो का बहुत ही पसंद आने वाला त्यौहार है।