तारामंडल किसे कहते हैं
तारामंडल किसे कहते हैं?:- आज हम आपसे इस पोस्ट के माध्यम से तारामंडल किसे कहते
हैं विषय के बारे में चर्चा करेंगे| तारामंडल क्या होते हैं तथा ये कितने प्रकार के होते हैं, इन सब
के बारे में विस्तार से जानेंगे? इससे पहले हम आप को “ ग्रह किसे कहते हैं ”
के विषय में बता चुके हैं।
ऐसी मान्यता है कि करीब-करीब 4.5 अरब साल पहले से हमारा ग्रह पृथ्वी अस्तिव में आई| हमारे
वैज्ञानिकों का मानना है कि करीब 3.5 अरब साल पहले पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत हुई थी।
तारे क्या होते है?
तारों से आग की काफी बड़ी ज्वाला निकलती रहती हैं तथा ये बेहद गर्म गैसों के बहुत बड़े पिंड होते है|
यह ताप और प्रकाश का विकिरण भी बहुत बड़ी मात्रा में करते रहते हैं। अत: तारों के पास अपना
खुद का ताप और प्रकाश होता है।
प्रकाश वर्ष में तारों की दूरी को मापा जाता है। प्रकाश वर्ष का अर्थ होता है- प्रकाश द्वारा एक वर्ष में
तय करने वाली दूरी। प्रकाश की गति का वेग 3,00,000 किमी प्रति सैकिंड होता है| प्रकाश वर्ष,
दूरी की इकाई मापने का एक साधन है|
सतह के तापमान के आधार पर तारे का रंग निर्धारित होता है। लाल रंग के तारे कम तापमान वाले होते
हैं तथा अधिक ताप वाले तारे एकदम सफेद रंग में दिखते हैं| बहुत ज्यादा तापमान वाले तारे एकदम नीले रंग के
दिखाई पड़ते हैं। सूर्य के इलावा सभी तारे भी बहुत तीव्र वेग से किसी खगोलीय पिंड या
खगोलीय पिंडों के समूह के गीर्ध चक्कर लगाते रहते हैं।
तारामंडल क्या होता है?
गति का वेग बहुत अधिक होने के कारण पृथ्वी से देखने पर किन्हीं भी दो stars के बीच की दूरी बदलती हुई प्रतीत
नहीं होती है । तारों की दूरी हमसे बहुत दूर स्थित होने के कारण ही ऐसा प्रतीत होता है| बहुत लंबे समय
के पश्चात ही उनके बीच की दूरी में किसी भी प्रकार के बदलाव का अनभुव किया जा सकता है|
पूर्व की दिशा से पश्चिम की दिशा की तरफ तारों की गति दिखाई देती हैं। पृथ्वी का अपने केंद्र के मध्य से गुजरने
वाले काल्पनिक अक्ष पर पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर घूमने के कारण ऐसा होता है। 24 घंटों में पृथ्वी और
तारे एक परिक्रमा पूरी कर लेतें है।
तारामंडल किसे कहते हैं?:-
पोल स्टार या जिसे ध्रुव तारा भी कहते है , हमें हमेशा स्थिर दिखाई देता है। सभी तारे, वास्तव में ध्रुव तारे के
चारों ओर चक्कर लगाते हुए दिखाई देते हैं। दक्षिणी गोलार्द्ध से ध्रुव तारा दिखाई नहीं देता है । अर्सा मेजर जैसे
कुछ अन्य उत्तरी गोलार्द्ध के तारामंडलों को भी दक्षिणी गोलार्द्ध के कुछ अन्य स्थानों से नहीं देखा जा सकता है।
श्वेत वामन तारा किसे कहते हैं?
बहुत सारे तारे संलयन की प्रक्रिया के द्वारा अपनी ऊर्जा उत्पादित करते हैं तथा इनकी उम्र हजारों या फिर लाखों
सालों तक की होती है। अपने केंद्र में उपस्थित सम्पूर्ण हाइड्रोजन का जब एक तारा उपयोग कर लेता है, तब
हीलियम गैस को वह कार्बन में मिलाना आरम्भ कर देता है।
जब ऊर्जा का उत्पादन तारे के भीतर बंद हो जाता है तो ये सिकुड़ जाता है। इसका घनत्व बहुत अधिक
हो जाता है तथा इस प्रकार से यह श्वेत वामन तारा बन जाता है।
What Is Constellation?
तारामंडल क्या होते हैं?
आकाश में हमें रात्रि के समय अनगिनत तारे दिखाई देते हैं| हम बादलों में जिस प्रकार से विभिन्न प्रकार
के आकार ढूंढ लेते हैं ठीक उसी तरह से तारों के बीच हमारे पूर्वजों ने भिन्न-भिन्न प्रकार के
दृश्यों की कल्पना की| इन अनेक प्रकार की बनी आकृतियों को ही तारामंडल कहते है|
दूसरे शब्दों में हम यह कह सकते हैं कि आसमान के तारों में हमें जो आकृति या पैटर्न दिखाई देता है उस आकृति या पेटर्न को ही
तारामंडल या कांस्टेलेशंस का नाम दिया गया है| तारामंडल या कांस्टेलेशंस शब्द का मतलब तारों का समूह बनाना है| तारामंडल
या कांस्टेलेशंस में दिखाई देने वाले तारे वास्तविक तौर से एक समूह के रूप में नहीं होते हैं बल्कि धरती से देखने पर यह एक दुसरे के पास
दिखाई देते हैं|
तारामंडल किसे कहते हैं?:-
यदि हम किसी अन्य ग्रह से हमारी ही गैलेक्सी के आकाश को देखें तो आकाश में हमें बिल्कुल अलग ही
तरह के तारामंडल या कांस्टेलेशंस दिखाई देंगे| ऐसा इस कारण से होता है क्योंकि उस समय हमारी दिशा बदल गई होती है|
कांस्टेलेशंस या तारामंडल पृथ्वी पर हमे तारों की दिशा को दर्शाने में हमारा मार्गदर्शन करते हैं|
अलग स्थानों से हमें पृथ्वी पर अलग ही तरह के कांस्टेलेशंस दिखाई देते हैं| जो तारामंडल
धरती के उत्तरी गोलार्ध से दिखाई देते हैं वह तारामंडल धरती के दक्षिणी गोलार्ध से दिखाई नहीं देते हैं|
इसी प्रकार से जो तारामंडल दक्षिणी गोलार्ध से दिखाई देते हैं वह उत्तरी गोलार्ध से दिखाई नहीं देते|
लगभग 2000 साल पहले खगोल शास्त्रियों ने इन कांस्टेलेशंस का इस्तेमाल करके इस बात
का अनुमान लगा लिया गया था कि पृथ्वी का आकार एक गेंद की भांति गोल है|
Taramandal Kise Kahte Hain?
आकाश में तारों को देख कर हमारे पूर्वजों ने प्राचीन काल में उनका मानवीकरण कर दिया था|
उन्हें हमारे पूर्वजों ने अनेक प्रकार के देवताओं,पशु, पक्षियों व मनुष्य आदि की आकृति के रूप
में माना था|
इन तारा मंडलों के साथ कई प्रकार की दंत कथाएं तथा मिथक कथाएं जोड़ दी गई थी| ओरायन
तारामंडल के बारे में इसी प्रकार की एक ग्रीक दंत कथा प्रचलित थी|
आकाश में कितने तारामंडल हैं?
इंटरनेशनल एस्टॉनोमिकल यूनियन ने सन् 1929 में कुल 88 तारा मंडलों को ऑफिशियल तारामंडल
के रूप में घोषित किया| ग्रीक माइथोलॉजी के आधार पर इन सभी तारा मंडलों के नाम रखे गए जैसे-
ओरायन, परसियस तथा एंड्रोमेडा इत्यादि|
मनुष्य के द्वारा तारा मंडलों का इस्तेमाल प्राचीन समय में किसी ग्रह या तारे की स्थिति बताने के लिए
किया जाता था| तारा मंडलों का उपयोग नाविक सही दिशा का ज्ञान प्राप्त करने के लिए किया करते थे|
मौसमों के आने और जाने का पता भी तारामंडल से चलता था|
कांस्टेलेशंस किसे कहते हैं?
आकाश में वर्ष भर अलग-अलग प्रकार के तारामंडल दिखाई देते हैं| तारा मंडलों का इस्तेमाल
वर्तमान समय के खगोल शास्त्री भी किसी सुदूर गैलेक्सी या तारे की स्थिति जानने के लिए करते हैं|
सबसे प्रसिद्ध तारामंडल कौन-सा है?
सबसे प्रसिद्ध तारामंडल ओरायन और बिग डिपर है|
सप्त ऋषि तारामंडल किसे कहते हैं?
पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में आकाश में रात्रि के समय दिखने वाला सात तारों का समूह सप्त ऋषि
तारामंडल कह कहलाता हैं| इसमें तीन तारे तिरछी रेखा में तथा चार तारे चकौर रेखा में रहते हैं|
इसे आसमान में फागुन-चैत्र महीने से लेकर सावन-भादो महीने के बीच में देखा जा सकता है|
ओरायन या शिकारी तारामंडल किसे कहते हैं?
ओरायन या शिकारी तारामंडल दुनिया भर में दिखने वाला एक तारामंडल है| इसे कालपुरुष
तारामंडल भी कहते हैं| प्राचीन खगोलशास्त्रियों के द्वारा इस तारामंडल को एक शिकारी के
रूप में दर्शाया गया है|