करनाल जिले की विस्तृत जानकारी
करनाल जिले की विस्तृत जानकारी:- इस post के माध्यम से हम आप को हरियाणा के करनाल जिले की विस्तृत जानकारी बतायेंगे| इससे पहले हम आप को “ मकर संक्रांति” के बारे में विस्तार से बता चुके हैं|
एक कथा के अनुसार करनाल शहर को महाभारत के राजा कर्ण ने बसाया था। 1805 ई. में अंग्रेज़ों ने इस पर अपना अधिकार कर लिया। राजा कर्ण के नाम पर ही शहर का नाम करनाल पड़ा है।
करनाल जिला हरियाणा के 22 जिलों में से एक जिला है| करनाल रोहतक मण्डल का जिला है और इसका मुख्यालय करनाल है| करनाल जिले में 3 उपमंडल है, 5 तहसीलें है, 3 लोक सभा क्षेत्र है, 4 विधान सभा क्षेत्र है, 434 ग्राम या गावं है और 373 ग्राम पंचायते है।
जिले का क्षेत्रफल 2412 वर्ग किलोमीटर है, और 2011 की जनगणना के अनुसार करनाल की जनसँख्या 15,05,324 और जनसँख्या घनत्व 598 /km2 व्यक्ति अर्थात प्रति वर्ग किलोमीटर है| करनाल की साक्षरता 74.7% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 996 महिलाये प्रति 1000 पुरुषो पर है| जिले की जनसँख्या विकास दर 2001 से 2011 के बीच 18.22% रहा है।
करनाल भारत में कहाँ पर है:-
यह जिला भारत के राज्यो में उत्तर की तरफ स्थित हरियाणा राज्य में है| करनाल जिला हरियाणा के पूर्वी भाग का जिला है इसीलिए इसके उत्तर पूर्व और पूर्व में उत्तर प्रदेश राज्य है और करनाल 29.69°N 76.98°E के बीच स्थित है| करनाल की समुद्रतल से ऊंचाई 228 मीटर है| करनाल चंडीगढ़ से 128 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम की तरफ है और देश की राजधानी दिल्ली से 117.1 किलोमीटर उत्तर की तरफ है।
करनाल के पडोसी जिले
इस जिलेके उत्तर में कुरुक्षेत्र जिला है उत्तर पूर्व कुछ भाग में यमुना नगर है और कुछ भाग से लेकर दक्षिण पूर्व तक उत्तर प्रदेश के जिले है, जो की शामली और सहारनपुर है, दक्षिण पश्चिम में जींद जिला है, पश्चिम में कैथल जिला है| इसके दक्षिण में पानीपत जिला है, ।
नाम करनाल
मण्डल रोहतक
राज्य हरयाणा
क्षेत्र 1,967 किमी²
करनाल की जनसंख्या 1505324
विकास 18.14%
साक्षरता दर 76.40%
घनत्व 598 निवासी प्रति वर्ग किलोमीटर अर्थात 1,550 / वर्ग मील
समुद्रतल से ऊंचाई 228 मीटर अर्थात 748 फीट
अक्षांश और देशांतर 29.6 9 00 डिग्री नं, 76.9800 डिग्री ई
करनाल का एसटीडी कोड 184
पिनल की पिन कोड 132001
उपखंडों की संख्या 3
तहसीलों की संख्या 5
गांवों की संख्या 434
रेलवे स्टेशन करनाल रेलवे स्टेशन
बस स्टेशन 1- करनाल बस स्टेशन- पुराना
2- करनाल बस स्टेशन- नया
करनाल जिले में एयर पोर्ट कुंजपुरा हवाई अड्डा
जिले में कुल होटलों की संख्या 52
करनाल जिले में कुल डिग्री कॉलेजों की संख्या 15
करनाल जिले में कुल अंतर कॉलेजों की संख्या 25
में कुल इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 16
करनाल जिले में कुल कंप्यूटर केंद्र 95
करनाल में अस्पताल 65
जिले में कुल विवाह हॉल 38
नदी यमुना
उच्च मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग 1
आधिकारिक वेबसाइट Http://karnal.gov.in/index.html
प्रसिद्ध नेता मनोहर लाल
आरटीओ कोड एचआर 05
करनाल जिले में कितनी तहसील और गांव है
क्रमांक तहसील गाँव परिवार जनसंख्या साक्षरता
1 करनाल 84 73853 385828 237658
2 निलोखेड़ी80 31302 163219 103836
3 इंद्री 108 26976 145106 94091
4 घरौंडा 65 27914 150282 87944
5 असंध 49 38549 206079 124354
कुल 5 434 198594 1050514 647883
करनाल जिले में विधान सभा की सीटें:-
करनाल जिले में 4 विधान सभा क्षेत्र है जिनके नाम 1. इंद्री 2. करनाल 3. घरौंडा 4. असंध है|
प्रमुख आकर्षण:-
कलन्दर शाह गुम्बद:- इसका निर्माण दिल्ली के शासक गयासुद्दीन ने कराया था। यह गुम्बद बु अली कलन्दर शाह को समर्पित है। बु अली कलन्दर शाह मुस्लिम विद्वान थे। गुम्बद में मस्जिद, जलाशय और झरने का निर्माण भी किया गया है।
छावनी चर्च:-
करनाल में खूबसूरत छावनी चर्च भी है। इस चर्च को कई मील दूर से भी देखा जा सकता है क्योंकि यह लगभग 100 फीट ऊंचा है।
कर्ण जलाशय:-
महाभारत के युद्ध में राजा कर्ण ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह अपनी दानवीरता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने ही करनाल की स्थापना की थी। उनकी याद में यहां पर एक जलाशय का निर्माण किया गया है। हाल ही में इस जलाशय की मरम्मत की गई है। इसको देखने के लिए पर्यटक प्रतिदिन यहाँ आते हैं।
सीता माई मन्दिर
सीता माई मन्दिर सीता माई गांव में स्थित है। यह नीलोखेड़ी से 19 कि॰मी॰ दूर है।
कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहां सीता धरती की गोद में समा गई थी। सीता माई गावं के पास ही कोयर गांव है जहां पर पंचतीर्थ धाम है।
कुंजपुरा:-
कुंजपुरा करनाल की उत्तर-पूर्व दिशा में 6 मील की दूरी पर है। इसकी स्थापना पठान शासक निजाबत खान ने की थी। कंजपुरा में सैनिक स्कूल का निर्माण किया गया है। तरावड़ी
तरावड़ी:-
यह शहर महान सम्राट पृथ्वीराज चौहन का भी गढ रहा है आज भी यहाँ पर चौहान का किला मौजूद ,जो भी स्वयं में एक दार्शनिक स्थल है,आजकल इस किले में स्थानिय निवासी ही रहते है!
बास्थली:-
पुराणों के अनुसार यह वही स्थान है जहां ऋषि वेद व्यास ने महाभारत की रचना की थी। यह करनाल से 27 कि॰मी॰ दूर है।
बरसालू:-
यह गांव करनाल का अति महत्वपूर्ण गांव है। यहां स्तिथ नाग देवता का बहुत पुराना मंदिर है जिसके बारे में मशहूर है कि आज तक बरसालू गांव में किसी की भी सांप के काटने से मृत्यु नही हुई।