अशुद्ध वाक्यों का संशोधन
अशुद्ध वाक्यों का संशोधन:- आज इस लेख के माध्यम से हम आपसे अशुद्ध वाक्यों का संशोधन या अशुद्ध वाक्य को किस प्रकार से शुद्ध करके लिखा जाता है, इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे । पिछली पोस्ट में आप “वाक्य की परिभाषा व भेद” के बारे में विस्तार से पढ़ चुके हैं। आमतौर पर वाक्यों में उच्चारण संबंधी अशुद्धियां पाई जाती हैं। वाक्यों में अशुद्धियां कई कारणों से हो सकती हैं। जैसे- वचन संबंधी अशुद्धियां, संज्ञा संबंधी अशुद्धियां, सर्वनाम सबंधी अशुद्धियां, लिंग संबंधी अशुद्धियां, कारक संबंधी अशुद्धियां आदि।
वाक्यों का शुद्धिकरण या संशोधन:-
हिंदी में अशुद्ध वाक्यों का संशोधन:- “हिंदी व्याकरण में अशुद्ध वाक्यों की संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, पदक्रम, क्रिया विशेषण, व पुनरुक्ति संबंधी अशुद्धियों को दूर करना ही अशुद्ध वाक्यों का संशोधन या शुद्धीकरण कहलाता है।”
हिंदी भाषा में वाक्यों में निम्न प्रकार की अशुद्धियां देखने को मिलती हैं:-
1.- संज्ञा व सर्वनाम संबंधी अशुद्धियां
2.- लिंग संबंधी अशुद्धियां
3.- वचन संबंधी अशुद्धियां
4.- कारक संबंधी अशुद्धियां
5.- पद क्रम संबंधी अशुद्धियां
6.- क्रियाविशेषण संबंधी अशुद्धियां
7.- पुनरुक्ति संबंधी अशुद्धियां
हिंदी में अशुद्ध वाक्यों का शोधन:-
1.- संज्ञा व सर्वनाम संबंधी अशुद्धियां:-
अशुद्ध वाक्य- मैं उसका काम किया।
शुद्ध वाक्य- मैंने उसका काम किया।
अशुद्ध वाक्य– तैंने दिनेश को क्यों मारा?
शुद्ध वाक्य– तूने दिनेश को क्यों मारा?
अशुद्ध वाक्य- दीपेश मेरा छोरा है।
शुद्ध वाक्य- दीपेश मेरा पुत्र है ।
अशुद्ध वाक्य– सभी बच्चों ने क्रिकेट खेली।
शुद्ध वाक्य- सब बच्चों ने क्रिकेट खेली।
अशुद्ध वाक्यों का संशोधन/शुद्धिकरण
2.- लिंग संबंधी अशुद्धियां:-
अशुद्ध वाक्य- सागर की पिता जी कल आएंगे।
शुद्ध वाक्य– सागर के पिताजी कल आएंगे।
अशुद्ध वाक्य- आज दूध से दही जम गई।
शुद्ध वाक्य -आज दूध से दही जम गया।
अशुद्ध वाक्य – लक्ष्मीबाई एक वीर थी ।
शुद्ध वाक्य – लक्ष्मीबाई एक वीरांगना थी।
अशुद्ध वाक्य – घी सेहत के लिए अच्छी होती है।
शुद्ध वाक्य– घी सेहत के लिए अच्छा होता है।
3.- वचन संबंधी अशुद्धियां:-
अशुद्ध वाक्य -हमारी परिवार में 8 सदस्य हैं।
शुद्ध वाक्य -हमारे परिवार में 8 सदस्य हैं।
अशुद्ध वाक्य -सामने से भालू को आता देखकर मेरा तो प्राण ही निकल गया।
शुद्ध वाक्य -सामने से भालू को आते देख कर मेरे तो प्राण ही निकल गए।
अशुद्ध वाक्य– खेल के मैदान में 5 बच्चा खेल रहा है।
शुद्ध वाक्य -खेल के मैदान में 5 बच्चे खेल रहे हैं।
अशुद्ध वाक्य– दुर्घटना के स्थान पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गया।
शुद्ध वाक्य– दुर्घटना के स्थान पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई।
4.- कारक संबंधी अशुद्धियां:-
अशुद्ध वाक्य -क्या तुम खाना खाया है
शुद्ध वाक्य -क्या तुमने खाना खाया है
अशुद्ध वाक्य -अध्यापक विद्यार्थियों का पढ़ा रहा है।
शुद्ध वाक्य -अध्यापक विद्यार्थियों को पढ़ा रहा है।
अशुद्ध वाक्य -रोगी का दवाई लाओ।
शुद्ध वाक्य– रोगी के लिए दवाई लाओ।
अशुद्ध वाक्य– केले के पेड़ पर से केलों को तोड़ लो।
शुद्ध वाक्य- केले के पेड़ से केलों को तोड़ लो।
अशुद्ध वाक्यों का संशोधन या शुद्धिकरण
5.- पद क्रम संबंधी अशुद्धियां:-
अशुद्ध वाक्य- आज चल रही है गर्म हवा।
शुद्ध वाक्य -आज गर्म हवा चल रही है।
अशुद्ध वाक्य– मैंने काटकर सेब नीटू को खिलाया।
शुद्ध वाक्य -मैंने सेब काटकर नीटू को खिलाया
अशुद्ध वाक्य- दिन भर मानवी पढ़ती रही।
शुद्ध वाक्य – मानवी दिनभर पढ़ती रही।
अशुद्ध वाक्य- आज मैंने गरम दूध गाय का पिया।
शुद्ध वाक्य-आज मैंने गाय का गर्म दूध पिया।
अशुद्ध वाक्यों का शुद्धिकरण:-
6.- क्रिया विशेषण संबंधी अशुद्धियां:-
अशुद्ध वाक्य- आप को मेहनत करने पर सफलता अवश्य ही मिलेगी।
शुद्ध वाक्य- आप को मेहनत करने पर सफलता अवश्य मिलेगी।
अशुद्ध वाक्य- आपको जीवन भर तक आजीवन मेरे साथ रहना है।
शुद्ध वाक्य-आप को आजीवन मेंरे साथ रहना है।
अशुद्ध वाक्य-आज सारा दिन भर तेज हवा चलती रही।
शुद्ध वाक्य-आज दिन भर तेज हवा चलती रही।
7.पुनरुक्ति संबंधी अशुद्धियां:-
अशुद्ध वाक्य -रविवार के दिन बैंक बंद होता है।
शुद्ध वाक्य -रविवार को बैंक बंद होता है।
अशुद्ध वाक्य -चाणक्य बहुत बुद्धिमान व्यक्ति था।
शुद्ध वाक्य -चाणक्य बहुत बुद्धिमान था।
अशुद्ध वाक्य- देवकी को केवल मात्र दस रुपये चाहिएं।
शुद्ध वाक्य – देवकी को मात्र दस रुपए चाहिएं।
अशुद्ध वाक्य -इशिका को शाम के समय से जुकाम है।
शुद्ध वाक्य- इशिका को शाम से जुकाम है।